हल्दी के चमत्कारी फायदे Things To Know Before You Buy

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सिर में फुंसियां होने पर हल्दी और त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर सिर पर मालिश करें।

क्या खाली पेट हल्दी का सेवन किया जा सकता है?

पाचन क्रिया खराब होने की वजह से मुँह में छाले हो जाते है। हल्दी में उष्ण गुण होते है। जिससे पाचकाग्नि को ठीक करने में मदद मिलती है। हल्दी मुँह के छालों को जल्द ही ठीक कर देती है।

चिकित्सा परिक्षण या उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक या वैद्य या विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए

-चेहरे के दाग धब्बे क्लियर करता है। यह चेहरे के पिग्मेंटेशन और टैनिंग को कम करता है।

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नीम के एंटीबैक्टीरियल गुण इसे कील-मुंहासे दूर करने के लिए परफेक्ट बनाते हैं. नीम का सादा फेस पैक लगाने के बजाय इसे हल्दी के साथ मिलाकर लगाने पर कमाल का असर नजर आता है. एक कटोरी में नीम के पत्तों का पिसा हुआ पाउडर लें.

हल्दी में स्वास्थ्य गुण बहुत पाये जाते हैं। यह एक तरह का एंटीसेप्टिक है और हमारे शरीर का रक्तशोधक भी है।

आयुर्वेद में सालो से हल्दी का इस्तेमाल दर्द निवारक दवाइयों के रूप में होता चला आ रहा है। इसे जोड़ों के दर्द को दूर रखने के साथ ही संक्रमण और फ्लू के खतरे को कम करने में कारगर माना जाता है। हल्दी के एंटी इंफ्लेमेटरी गुण गठिया के दर्द और सूजन को भी ठीक करने में मदद करते हैं।

हल्दी और हींग को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लीजिए फिर इसमें थोड़ा पानी मिलाकर गोलियां बना लीजिए ।

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पेट में गैस आदि परेशानियाँ भी पाचकाग्नि के मंद पड़ जाने के कारण होती है जो पाचन तंत्र को भी बिगाड़ देती है। हल्दी में उष्ण गुण होने के कारण यह पाचकाग्नि को बढ़ा कर पाचन तंत्र को स्वस्थ करने में मदद करती है, जिससे गैस की समस्या से छुटकारा मिलता है।

पायरिया की समस्या के लिए हल्दी को सरसों के तेल में मिलाकर मसूड़ों में लगाने से आराम मिलता है। इसके बाद गर्म पानी से कुल्ला करने से मसूड़ों से जुड़ी सभी प्रकार की समस्या दूर हो जाती है। मसूड़ों के दर्द में आराम मिलता है।

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